सन्तोष शाह
UP-100 की गाड़ियों में भी होगा महिलाओं का बोलबाला*
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जहां एक और हर जगह महिलाओं का राज है वहीं दूसरी और डायल-100 की गाड़ियों में अब महिलाएं तैनात होंगी। महिला (women) पीड़िता द्वारा कंट्रोल रूम पर फोन करके मदद मांगे जाने पर महिला पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच कर उसकी समस्या का समाधान करेंगी। इससे शिकायकर्ता महिला सहज होकर अपनी बात रख सकेगी।
डीजीपी ओपी सिंह के इस फैसले से महिलाओं में अपनी बात खुल कर रखने की शक्ति आएगी। कई बार ऐसा देखा गया है कि पुरुष पुलिस को देख का महिलाएं अपनी दिक्कत नहीं बता पाती है। ऐसे में वहां सबसे ज्यादा जरूरत होती है महिला पुलिस की, जोकि घटनास्थल पर ही पीड़िता से बात कर पाए। महिलाओं की इसी दिक्कत के बारे में सोचते हुए डीजीपी ने ये फैसला लिया है कि अब डायल-100 की गाड़ियों में महिला पुलिस भी तैनात रहेंगी। पीआरवी की 10 गाड़ियों में महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
कल शाम डीजीपी ओपी सिंह ने पुलिस लाइन पहुंच कर महिला पुलिस कर्मियों से सीधा संवाद किया। इस दौरान उन्होंने महिला कर्मिचारियों से ड्यूटी के दौरान उन्हें होने वाली समस्याएं भी सुनीं। एक महिला सिपाही ने डीजीपी को बताया कि थानों में महिलाओं के लिए शौचालय की अलग व्यवस्था नहीं है, इससे खासी परेशानी होती है। इस पर डीजीपी ने एसएसपी दीपक कुमार को निर्देशित किया कि जल्द से जल्द जनपद के सभी थानों में महिला पुलिस कर्मियों के लिए अलग शौचालय का प्रबंध करवाएं।
एक महिला पुलिस कर्मी ने समस्या बताई कि कई बार जरूरत पड़ने पर रात के वक्त ड्यूटी पर बुला लिया जाता है। वाहन न होने से उन्हें थाने पहुंचने में खासी दिक्कत होती है, इससे देर भी हो जाती है। इस पर डीजीपी ने कहा कि रात के वक्त ड्यूटी पर बुलाए जाने पर महिला पुलिस कर्मियों को कैब सेवा मुहैय्या कराई जाए। डीजीपी ने कहा कि संबंधित थानाध्यक्ष की यह जिम्मेदारी होगी कि वह महिला पुलिस कर्मियों के लिए।


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